सिरिल रामफोसा को एक बार फिर दक्षिण अफ्रीका का राष्ट्रपति चुना गया है। दक्षिण अफ्रीकी संसद ने शुक्रवार को 7वीं संसद की नेशनल असेंबली की पहली बैठक में सिरिल रामफोसा को राष्ट्रपति चुना है। रामफोसा अफ्रीकी राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष हैं।
अफ्रीकी राष्ट्रीय कांग्रेस के सांसद मदुमसेनी एनटुली ने राष्ट्रपति पद के लिए रामफोसा के नाम का प्रस्ताव रखा और मुख्य न्यायाधीश रेमंड जोंडो की अध्यक्षता में हुई प्रक्रिया के दौरान इंकाथा फ्रीडम पार्टी के नेता और सांसद वेलेंकोसिनी हलाबिसा ने समर्थन किया।
अफ्रीकी कांग्रेस को नहीं मिला बहुमत
अफ्रीकी राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी ने गुरुवार को कहा कि गठबंधन सरकार बनाने और दो सप्ताह पहले चुनाव में पार्टी को 30 साल बाद बहुमत नहीं मिला है। इसके बाद राजनीतिक गतिरोध को समाप्त करने के लिए मुख्य विपक्षी दल और अन्य दलों के साथ उसकी व्यापक सहमति बन गई है।
रामफोसा को मिले 282 वोट
दक्षिण अफ्रीका में लोगों ने 29 मई को मतदान किया। 399 मतपत्रों की गिनती की गई। इनमें 12 अवैध मतपत्र मिले थे। दक्षिण अफ्रीका की समाचार एजेंसी के मुताबिक रामफोसा को 283 वोट मिले। वहीं आर्थिक स्वतंत्रता सेनानियों के नेता जूलियस मालेमा को केवल 44 वोट मिले।
कब-कब रामफोसा ने ली शपथ?
दक्षिण अफ्रीका समाचार एजेंसी के मुताबिक रामफोसा ने पहली बार 15 फरवरी 2018 और इसके बाद 22 मई 2019 को दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी। बता दें कि 1994 में दक्षिण अफ्रीका में हुए पहले लोकतांत्रिक चुनाव के बाद से अफ्रीकी राष्ट्रीय कांग्रेस प्रमुख राजनीतिक ताकत रही है।
अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस ने एक्स पर लिखा कि माननीय मटामेला सिरिल रामफोसा को आज रात केपटाउन इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में 7वीं डेमोक्रेटिक संसद की नेशनल असेंबली की पहली बैठक में दक्षिण अफ्रीकी गणराज्य के राष्ट्रपति के रूप में फिर से चुना गया है।